आज के समय में भी लोगों को Crypto और Stocks के अंतर को समझने में बहुत ही परेशानी होती है और बहुत सारे लोग तो इन दोनों ही सब्दो को एक ही समझ लेते हैं। तो इसीलिए इस Article में हम आज Crypto और Stocks के अंतर (Difference Between Crypto and Stocks in Hindi) को एकदम डिटेल और आसान भाषा में जानेंगे।
Cryptocurrency क्या है?
अगर सरल भाषा में कहे तो, Cryptocurrency एक ऐसी Digital Currency है जो कि Blockchain Technology के अनुसार काम करती है, Crypto currency को इसीलिए एक सुरक्षित Digital Currency बोला जाता है क्योंकि यह सुरक्षित लेनदेन के लिए Crypto Graphic तकनीक पर भरोसा करती है।
दुनियभर में ज्यादातर Cryptocurrencies Decentralized Networks पर चलती हैं और इन Digital Currencies का Market Value Supply और Demand पर चलता है।
Stocks क्या है?
आइए जानते हैं अब Stocks के बारे में, Stocks किसी कंपनी में जितने प्रतिशत के आपके पास Stocks है उतनी हिस्सेदारी को दर्शाते है। और यह किसी वर्किंग कंपनी के मूल्य को भी दर्शाते हैं, Company के Stocks की Value उसके Performance और दूसरे अन्य Factors जैसे कि कंपनी से सम्बंधित कोई न्यूज़ या Announcement के अनुसार ऊपर या नीचे होती रहती हैं।
Difference Between Crypto and Stocks in Hindi – Crypto और Stocks में Main Difference क्या है?
Crypto Currency और Stocks दोनों को ही Investers अपने पैसों को बढ़ाने के लिए करते हैं, फिर भी Stocks और Crypto Currency दोनों ही एक दूसरे में बहुत अलग है, जिसे हम नीचे जाननेवाले है।
पहले बात की जाए crypto की तो crypto में किसी भी प्रकार की Investment को Company के हिस्सेदारी के रूप में नई तौला जा सकता है। और Crypto Investors को Crypto में Investment का profit भी जो ट्रेडिशनल ढंग से भी नहीं मिलता है लेकिन Crypto Investors अपने Crypto Token को Passive Income के लिए उधार दे सकता है।
Crypto और Stocks दोनों में ही trade करने का तरीका एकदम अलग है, जैसे कि आप दिन हो या रात किसी भी समय में Digital Currency Exchange में Crypto को खरीद सकते हैं, दूसरी और Stocks Exchange हफ्ते में दिन के सीमित समय में काम ही काम करता हैं।
Crypto Currencies में Investment के फायदे और नुकसान
Crypto Currency में Investment के फायदे
Crypto Currency में Investment के कुछ मुख्या फायदे नीचे दिए गए है।
Easily Accessable
Crypto Currency में किसी भी देश से Investment किया जा सकता है (बसर्ते आपके देश में ये Currency Ban न हुई हो तो) और इसमें कोई भी इंसान जिसके पास Internet का Connection है इसमें इन्वेस्ट और manage आसानी से कर सकता है।
Decentralized
ज्यादातर Crypto Currencies Decentralized Method पर काम करती हैं मतलब कि यह एक Central Authority के ऊपर विश्वास नहीं करती है और अपने आपको एक सेंट्रल अथॉरिटी के निगरानी से भी बचाती है।
Inflation Resistant
Crypto Currencies एक ऐसी डिजिटल currencies है जोकि सेंट्रल बैंक के द्वारा सीधे तोर पर प्रभावित नहीं होती हैं इसीलिए उनकी Inflation के लिए काम लचीली होती है और साथ ही सभी Crypto Currencies भी एक दूसरे से अलग होती है।
Flexible
अगर हम Crypto Currency की तुलना Stocks से करें तो Crypto Currency में Investors के पास अपनी Crypto holding को बढ़ाने के ट्रेडिंग के अलावा भी बहुत सारे तरीके मौजूद है जैसे की Crypto Investors yield farming, staking और liquidity प्रदान करके अपने Crypto की Value को कई गुना बढ़ा सकते है।
Crypto Currencies में Investment के नुकसान
Volatility
Crypto की Market एक ऐसी market है जोकि बहुत ही परिवर्तनशील Market है, जहां पर Investors के Crypto की Value बहुत ही जल्दी तौर पर भी बढ़ जाने की संभावना होती है जिससे की इन्वेस्टर इसके और ज्यादा आकर्षक हो जाते हैं। दूसरी ओर Investors के Crypto Investment के Value तुरंत नीचे होने पर ज्यादा नुकसान होने की भी इतनी ही संभावना होती है।
Access खोने का Risk
कुछ प्रसिद्ध Crypto Currencies Companies जैसे कि Bitcoin के Token को एक डिजिटल क्रिप्टो वॉलेट में रखा जाता है जिसको केवल एक एक Private Key के जरिये से खोला जा सकता है। और अगर इस फिजिकल क्रिप्टो वॉलेट का खो या भुला देते हैं तो इसका मतलब आपने अपने क्रिप्टो करेंसी वॉलेट को ओपन नहीं कर सकते है।
Return की कोई Guraantee नहीं
किसी भी वित्तीय बाजार की तरह, क्रिप्टो के साथ कोई गारंटीकृत रिटर्न नहीं है। जबकि बिटकॉइन और अन्य altcoins ने लंबी अवधि में अच्छा प्रदर्शन किया है, इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि वे भविष्य में बढ़ते रहेंगे, और हमेशा एक मौका होता है कि वे छोटी निवेश अवधि के दौरान अच्छा नहीं कर सकते।
जैसे की किसी भी Fiancial Market में होता है Crypto में भी समान ऐसे ही किसी भी तरह की Gurranteed Return की कोई उम्मिद नहीं की जा सकती है। हलाकि कुछ प्रसिद्ध cryprocurrencies जैसे की Bitcoin और अन्य Crypto Currencies Long term में अच्छा Return दे सकते हैं लेकिन short term में इनसे अच्छा return मिल सकता है इसकी कोई Gurrantee नहीं है।
Stocks में Investment के फायदे और नुकसान
Stocks में Investment के फायदे
Stocks में Investment के कुछ मुख्या फायदे नीचे दिए गए है।
आसानी से Invest करने की सुविधा
आज के समय में बहुत सारे Online Platforms और Mobile App आने के बाद Stocks में Invest करना बहुत ही आसान हो गया है जहाँ पर ये सभी Plateforms Investors को अपने अपने plateforms पर आसान और सुनिश्चित तरीके से निवेश करने की सुभीधा देते है जिससे चाहे कोई नया इन्वेस्टर हो या पुराना कोई भी भहुत ही आसानी से Invest कर सकता है।
Goverment के द्वारा Regulate
Stock Market एक ऐसी market है जिस पर सरकार Control बहुत ही अच्छे से होता है जिसमें सरकार Stock Market में होने वाले Lopeholes जैसे की मनी लॉन्ड्रिंग, Stock एक्सचेंज में घोटाले अदि हो रोकने के लिए हटा के लिए SEBI (Securities and Exchange Board of India) का निर्माण किया और इसमें सरकार शेयर बाजार की कुछ खामियों को अपने अंतर्गत नियंत्रण करती है,
Variety
Stock market में एक Retail Investors के पास अलग अलग Industies और Sectors में Invest करने के बहुत सारे विकल्प उपलब्ध हैं, जिससे वह अलग अलग कंपनी के Criteria के अनुसार आसानी से कंपनी के Business Model Invest कर सकता है।
Stocks में Investment के नुकसान
जैसे कि हमने ऊपर Crypto Market की बात की थी वैसे ही Stock Market भी अचानक बदलाव से सुरक्षित नहीं है। जिसमें High Profit और High Loss की संभावनाएं बनी रहती है, जैसे कि यदि कोई कंपनी अच्छा परफॉर्म कर रही होती है तो उसके Stocks की Value Increase हो जाती है और कोई Company Lose झेल कर रही होती है तो उसकी स्टॉक Value Down या Dicrease हो जाती है।
फिर भी Market में कुछ ऐसे Stocks होते है जो दूसरे Stocks के तुलना में बहुत ज्यादा परिवर्तनशील होते हैं उदाहरण के तोर पर growth stocks की जो Value बहुत ही ज्यादा परिवर्तनशील होते हैं जबकि blue chip stocks Company के एकदम Clear reputations को स्थापित करते हैं।
High Fees
उच्च शुल्क: ज्यादातर मामलों में, स्टॉक एक्सचेंज लेनदेन से जुड़ी फीस अपेक्षाकृत अधिक होती है, और क्रिप्टोक्यूरेंसी ट्रेडिंग की तुलना में उनमें से अधिक होती है। ब्रोकरेज शुल्क और कमीशन के अलावा, जब आप अपने स्टॉक खरीदते या बेचते हैं तो अन्य शुल्क भी लगते हैं।
Stock Market में Stock Exchange Transaction की फीस Cryptocurrecies Trading के तुलना के बहुत ज्यादा होती है। जिसमें कुछ टॉप के brokerage fees and commissions के बाद भी अन्य Charges जोकि आपके Stocks के Buy या Sell करने के समय में शामिल होते है।
Return की कोई Guraantee नहीं
किसी भी Financial Market की तरह, Stocks में भी किसी प्रकार की कोई gurrantee नहीं होती है की आप इससे पैसा बना सकते है की नहीं फिर भी market में अगर आप अच्छी तरीके से Research करेंगे तो पता चलेगा की कुछ ऐसे स्टॉक्स भी उपलब्ध है जोकि Long Term में Invest करने पर उनसे अच्छा Return मिल सकता है।
अंतिम शब्द
तो इस Article में हमने आपको Crypto और Stocks के एक दम Clear अंतर को उदाहरणों के साथ समझने की कोशिश की। तो चाहे आप Crypto में Invest करें या फिर Stocks में दोनों की तरफ आपको आने वाले Risk को पहले से ही analyse कर लेना चाहिए ताकि आप भविष्य में होने वाले किसी भी हानि से आप को बचाव कर सकें।