अगर आप जानना चाहते है की Ethereum Kya Hai, Ethereum कैसे काम करता, Ethereum का इतिहास क्या है तो आप बिलकुल सही Platform पर हो। तो चलिए शुरू करते है।
वैसे तो Ethereum एक Blockchain technology का उपयोग करके एक ओपन सोर्स सिस्टम पर आधारित एक प्लेटफार्म है। जिसकी खुदकी Origin Cryptocurrency है जो की ‘Ether’ नाम से जानी जाती है।
आइये समझते है की Blockchain technology क्या है और इस तकनीक का उपयोग cryptocurrency में क्यू किया जाता है।
मान लेते है आपके पास 50 Ether coins है जो की लाखो रुपया की Value रखते है। अब आप Ethereum platform पर जाकर एक भी कितने रुपया के Ether Coins का व्यापर करते हो तो आपके प्रत्येक Record को सम्पूर्ण System में दर्ज कर लिया जाएगा।
मतलब की प्रत्येक Record को प्रत्येक Computer System में Blocks के रूप में Secured कर लिया जायेगा। कोई भी इसमें छेड़ छाड़ नहीं कर पायेगा चाहे वो कितना भी बड़ा Hacker हो।
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Ethereum Kya Hai
Ethereum का Origin
2013 से Bitcoin की Programming के लिए एक New Language को जोड़ने के प्रस्ताव में, Vitalik Buterin (जो की एक Cryptocurrencies Researcher है) ने Ethereum की मूल रूप से शुरुआत की।
इसी के साथ ही इसकी शुरुआत जुलाई, 2015 में हुई थी। हलाकि इसकी शुरुआत करने के लिए काफी investment लगा जो की एक Online crowdfunding से आया था।
Crowdfunding एक प्रकार का Group है जो की कई Companies के Founders के द्वारा बना होता है। ये लोग एक नए Concepts पर अपना पैसा Invest करते है। Online Crowdfunders ने Ethereum पर भी Invest किया जिसके बदले में उन्होंने कुछ Tokens लिए है।
Ethereum कैसे काम करता है?
- Ethereum एक Programming Language पर बना एक System है जो की Blockchain Network का उपयोग करता है।
2. Ethereum का Blockchain Network जो कंप्यूटर के नोड्स से बना हुआ है और खुद ही Ether Coin की mining करता है।
3. Blockchain technology notes ether token बनाते है जबकि mining high security develop करता है साथ ही आपके investment को high security प्रदान करता है।
4. यह Mining Computers के सभी Resources का उपयोग करता है जिसका रिजल्ट Ether के रूप में होता है।
5. पूर्णरूप से computerize जो की Ethereum Virtual machine और Ethereum platform का उपयोग करके बनाई जाती है।
6. इसके जो नोड्स है वो खुद के Network के माध्यम से जो की EVM (Ethereum Virtual Machine) पूरी दुनिया में Script चलाती है।
7. ये Computerized नोड्स decentralized system को सुचारु रूप से चलने के लिए Power या Energy Provide करता है जो की developer networks पर easily काम करता है।
अगर आप चाहे तो Developer Network का हिस्सा बन सकते हो और Ether खरीद सकते हो साथ ही आप चाहो तो इस Developer Network का एक हिस्सा बनकर खुद ही टोकन generate करने के लिए Mining कर सकते हो।
आज कल तो जो भी Smart लोग Ether token खरीद रहे है वो ज्यादातर टोकन के लिए अपने Stocks, Properties, और direct fiat money का भी उपयोग कर रहे है।
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Ethereum का इतिहास
सर्वप्रथम Vitalik Buterin ने साल 2013 के last में Ethereum शब्द का प्रयोग किया जिसका पूर्ण उद्देश्य था decentralized application को विकसित करना।
वह बहुमल्य प्रतिभा का धनी व्यक्ति था जो चाहता था की दुनिया की जो वास्तविक संम्पत्ति है जैसे Proverty, hard currency, Stocks, etc को Blockchain application system से जोड़ा जा सके।
इसी को ध्यान में रखते हुए बुटेरिन ने “Ethereum” word का उपयोग किया जो की denote करता है Ether शब्द को।
साल 2014 में Ethereum का System बनना शुरू हो गया जो की सर्वप्रथम Switzerland में Govin Woods द्वारा एक प्रतिपादित किया गया। गोविन वुड उस समय GMBH के Chief Technical officer (CTO) के रूप में कार्यरत थे।
इसके बाद, साल 2015 में Ethereum प्लेटफार्म को पूरी तरह से Officially Launched कर दिया गया जो की 2018 में Market Capitalization में Bitcoin के बाद दूसरा स्थान घेरे हुए है।
अगर आपने भी Ethereum पर invest किया हुआ था तो आपको पता ही होगा की नवंबर 2021 में ये सबसे उच्च स्तर पर आ गया था जो की $4,865.57 प्रत्येक Ether का मूल्य था।
Ethereum और Bitcoin में अंतर
Ethereum तो हम आपको बता ही चुके है क्या है, तो चलिए जानते है bitcoin क्या है।
Bitcoin (BIT) दुनिया की सबसे पहली Cryptocurrency है और यह दुनिया में सबसे ज्यादा उपयोग की जाने वाली एक Digital currency है जो की Blockchain Network पर काम करती है।
Bitcoin जिसकी Cryptocurrency ‘BTC’ है वही Ethereum की ‘Ether’ है।
साल 2009 में Bitcoin cryptocurrency आस्तित्व में आई। वही Ethereum साल 2015 में आस्तित्व में आया जिसकी जिसकी cryptocurrency Ether है।
Bitcoin direct क्रिप्टोकोर्रेंसी में निवेश करता है वही Ethereum एक सिस्टम है जो की कई तरीके से पैसो को Invest करता है। जिसमें एक Ether Cryptocurrency भी शामिल है।
अगर आप Ether Cryptocurrency में Invest करते हो तो एक Block Deal में जो समय लगता है वो 12 Sec है जबकि Bitcoin में 10 मिनट लग जाते है।
वैसे तो Ethereum और Bitcoin में बहुत सारी असमानताएं हैं लेकिन ये दोनों PoW आधारित System पर काम करता है जोकि Trade के लिए सबसे Secured Network माना जाता है।
हालांकि 2022 के बाद से Ethereum 2.0 में Upgrade हो जाएगा जोकि PoS (पॉइंट ऑफ़ स्टाक) आधारित System पर काम करेगा।
Ethereum एक Plateform है जोकि लेन देन करके किसी भी Cryptocurrency में invest कर सकता है लेकिन Bitcoin अपने खुद के BIT Cryptocurrency में ही निवेश करता है।
Ethereum के फायदे
Ethereum high secured Blockchain Technology का उपयोग करता है जो की Decentralized system based platform है। इसी कारण वंश Ethereum में किसी भी Third party का कोई involvement नहीं होता।
Users अगर चाहे तो अपने किसी भी Data को आदान-प्रदान करके Store कर सकता है और उसका पूरा data सभी systems में secured रहेगा। इसी वजह से Blockchain Technology को Finance Catagory में high secured System माना जा रहा है।
इसकी एक और खास बात यह है कि currency एक्सचेंज करने के लिए Ethereum Application का उपयोग जो भी व्यक्ति कर रहा है उसे अपनी Personal Credential identity को दर्ज करने की कोई need नहीं है।
Ethereum Platform का कोई भी इस्तेमाल कर सकता है क्योंकि यह without Permission Blockchain network है, जबकि यह कुछ ही popular लोगों तक ही सीमित।
साथ ही यह high Encryption network है क्योंकि Ethereum Network को Decentralized network के रूप में Design किया गया है और इस network को hack करने के लिए hackers को बहुत सारे networks nodes को control करना होगा जो कि Possible नहीं है।
Ethereum के नुकसान
ऊपर आपने Ethereum से होने वाले benefits के बारे में तो बहुत अच्छी तरह से जान लिया लेकिन चलिए एक नजर इससें होने वाले नुकसान पर भी डाल देते हैं।
वैसे तो PoW protocol अभी तक का सबसे Secured Protocal है, लेकिन अब इसमें सुरक्षा पर सवाल खड़े हो रहे है साथ ही साथ PoW protocol को पूर्णरूपसे Encrypted बनाये रखने के लिए थोड़ा अधिक समय लग सकता है इसी को ध्यान में रखते हुए साल 2022 से इसे एक नए PoS system में ट्रांसफर किया जा रहा है।
ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है की PoS System से Ether coins की जो mining की जाती है उसकी capacity बढ़ जाएगी साथ ही ethereum system की encryption power भी और बढ़ जाएगी जो की किसी भी users के लिए Security के लिहाज से काफी फायदेमंद साबित हो सकती है।
PoS System को पूरी तरह से अपनाने के लिए advanced systems की काफी मांग है।
Ethereum 2.0
Ethereum 2.0, Ethereum का ही एक upgraded रूप है। जिसे Ethereum 2.0, Serenity, या ETH 2.0 भी कहा जाता है।
वैसे तो Ethereum System एक लेनदेन में 0.15 seconds लेता है लेकिन upgraded system का जो लक्ष्य है वो एक सेकंड में 10,000 लेनदेन है।
यह possible हो पायेगा PoW के Algorithm से PoS System के परिवर्तित रूप की वजह से।
अब तक आपको भी समज आ गया होगा के Ethereum, Ethereum 2.0 की ओर बढ़ रहा है। और आपको बता दे की 1 दिसंबर, 2020 Ethereum 2.0 को लॉन्च किया गया था, जो की PoS Blockchain system और Decentralized technique पर काम करता है।
हाल ही में Ethereum को Ethereum 2.0 में transfer करने वाला PoW system Launched हो चूका है जो की Ethereum को Ethereum 2.0 में परिवर्तित करते जा रहा है।
देखा जाये तो भविष्य में Ethereum बहुत तेजी से बढ़ने वाला सिस्टम है जो की अपने system में नए नए परिवर्तन करके दुनिया की पहली cryptocurrency को भी पीछे छोड़ जाये। लेकिन ऐसा होने में काफी समय लगेगा।
इस Article मैं हमने आपको विस्तारपूर्वक समझाया है की Ethereum kya hai? Ethereum कैसे काम करती है? इसका इतिहास, होने वाले फायदे व नुक्सान।
Ethereum kya Hai पर लोगो द्वारा पूछे गए सवाल।(FAQ)
Ethereum 2.0 क्या है?
Ethereum 2.0 Ethereum का ही एक नया Version है, जिसे ETH 2.0 के नाम से भी जाना जाता है?
Ethereum क्रिप्टोकरेंसी के क्या फायदे हैं?
Ethereum में हाई सिक्योरिटी ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जाता है जोकि Decentralized system आधारित एक platform है, इसी की वजह से Ethereum में किसी प्रकार की कोई तीसरे व्यक्ति का कंट्रोल नहीं होता है।
Ethereum क्रिप्टोकरेंसी कौनसी टेक्नोलॉजी पर काम करती है?
Ethereum क्रिप्टोकरंसी ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर काम करती है।