Nasdaq 100 vs Nifty 50 दोनों विश्व के अग्रणी बाजार निर्धारक हैं। दोनों ही स्टॉक मार्केट इंडेक्स मुख्यतः अमेरिका और भारत में व्यापक रूप से उपयोग किए जाते हैं। हालांकि, इन दोनों इंडेक्स के बीच कुछ अंतर होते हैं। इस लेख में, हम Nasdaq 100 बनाम Nifty 50 के बारे में एक तुलनात्मक विश्लेषण करेंगे।
Nasdaq 100 अमेरिका का एक स्टॉक मार्केट इंडेक्स है जो नासदैक में वर्णित 100 सबसे बड़ी कंपनियों की सूची तैयार करता है।
यह इंडेक्स न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज (NYSE) और NASDAQ में निम्नलिखित सेक्टरों से शामिल कंपनियों को शामिल करता है: सॉफ्टवेयर, हार्डवेयर, टेलीकम, बायोटेक्नोलॉजी, फाइनेंशियल और इलेक्ट्रॉनिक कंपनियों को शामिल किया जाता है।
Nasdaq 100 vs Nifty 50 दोनों में कुछ अंतर हैं जो निम्नलिखित हैं:
- कंपनियों की संख्या: नासदैक 100 में 100 कंपनियां शामिल होती हैं, जबकि निफ्टी 50 में सिर्फ 50 कंपनियां होती हैं।
- कंपनियों का सेक्टर: नासदैक 100 में विभिन्न सेक्टरों की कंपनियां शामिल होती हैं, जबकि निफ्टी 50 में केवल 13 सेक्टरों की कंपनियां होती हैं।
- उद्देश्य: नासदैक 100 का उद्देश्य अमेरिकी शेयर बाजार की अवस्था को मापना है, जबकि निफ्टी 50 का उद्देश्य भारतीय शेयर बाजार की अवस्था को मापना है।
- वित्तीय संपत्ति के अधिग्रहण में अंतर: नासदैक 100 अमेरिकी स्टॉक मार्केट का प्रतिनिधित्व करता है, जो विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में से एक है। निफ्टी 50 भारत का सबसे प्रभावशाली स्टॉक मार्केट इंडेक्स होने के साथ-साथ, भारतीय अर्थव्यवस्था का एक अहम हिस्सा है।
- लाभ: नासदैक 100 में निवेशकों को अमेरिकी शेयर बाजार के विभिन्न कंपनियों का एक संचिका मिलता है जो दुनिया भर में व्यापक रूप से विस्तार करते हुए हैं। इसके अलावा, नासदैक 100 में कंपनियों की बड़ी संख्या के कारण, निवेशकों को बहुत सारे विकल्प मिलते हैं। दूसरी ओर, निफ्टी 50 में निवेशकों को भारतीय शेयर बाजार में सबसे बड़ी उद्योगों के स्टॉक मिलते हैं।
- जोखिम: नासदैक 100 में कंपनियों की बड़ी संख्या के कारण, इसमें निवेश करने से जोखिम कम हो जाता है। इसके अलावा, अमेरिकी शेयर बाजार की अधिकतर कंपनियों की तुलना में, नासदैक 100 की कंपनियों के स्टॉक का उच्चतम स्तर कम होता है। इसी तरह, निफ्टी 50 में स्टॉकों के संख्या कम होने के कारण, इसमें निवेश करने से जोखिम बढ़ जाता है। इसके अलावा, भारतीय शेयर बाजार में बहुत सारे मुद्दे भी हैं जो इसे अस्थिर बना सकते हैं।
समाप्ति
दोनों में निवेश करने से लाभ हो सकता है। नासदैक 100 में निवेश करने से विदेशी मुद्रा के खरीद और विक्रय के काम में आसानी होती है।
वहीं, निफ्टी 50 में निवेश करने से भारत में अपना करोबार बढ़ाने वालों के लिए भी फायदेमंद हो सकता है।
निवेश करने से पहले, आपको अपने वित्तीय लक्ष्यों और जोखिम को ध्यान में रखते हुए अपने विवेक का उपयोग करके इन दोनों संचिकाओं में निवेश करने का फैसला लेना चाहिए।